सूरत, अहमदाबाद और दिल्ली से लौटे 3 मजदूर कोरोना संक्रमित, स्वस्थ हुए 4 मरीज घर गए...!

मुरैना - जिले में छह दिन बाद मंगलवार को 3 और कोरोना संक्रमित मरीज मिले। इनमें 2 पॉजीटिव अंबाह के गुलाब का पुरा व बारे का पुरा के रहने वाले हैं। यह सूरत व अहमदाबाद से लौटकर आए हैं। वहीं तीसरा पॉजीटिव शहर के वार्ड क्रमांक 35 दुर्गापुरी कॉलोनी में रहता है। यह दिल्ली से लौटकर से आया था। 



तीनों मरीजों के सैंपल की रिपोर्ट सोमवार की देर रात डीआरडीई से आई। इसके बाद 2 पॉजीटिव को अंबाह के रैन बसेरा व तीसरे पॉजीटिव को जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया है। वहीं अंबाह कस्बे के बाजार प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बंद करा दिए और दोनों युवकों के गांवों को सेनेटाइज कराकर सील कर दिया गया है। इधर, जिला अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित 4 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो गए। इन्हें मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेजा गया। मालूम हो कि जिले में कुल मरीजों की संख्या अब 26 हो गई है। इनमें से 18 मरीज अब तक ठीक होकर घर पहुंच चुके हैं। इस तरह जिले में कोरोना संक्रमित कुल एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 8 रह गई है। 
दो गांव सहित शहर का वार्ड 35 कंटेनमेंट एरिया में तब्दील
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 अंबाह के गुलाब पुरा में रहने वाला युवक सूरत में साड़ियों पर कढ़ाई का काम करता है। 4 मई को यह बस से लौटकर मुरैना आया। इसके बाद सीधा गांव पहुंच गया। ग्रामीणों की सूचना पर अंबाह स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर इसका 7 मई को सैंपल लिया था। अंबाह सिविल हॉस्पिटल के इंचार्ज डॉ. डीएस यादव ने बताया कि गुलाब का पुरा में कोरोना पॉजीटिव मिला युवक घर पहुंचने के बाद अपने दोस्तों के साथ बगियापुरा में भी गया था। इसलिए अंबाह एसडीएम विनोद सिंह तहसीलदार, एसडीओपी व स्वास्थ्य विभाग की टीम को लेकर सीधे बगियापुरा पहुंचे, जहां उन्होंने पूरे गांव को सेनेटाइज कराया और ग्रामीणों को घरों से बाहर न निकलने व अंबाह के बाजार में न आने की हिदायत दी। पूरे गांव को बेरिकेड्स लगाकर सील किया गया है। अंबाह एसडीएम ने एहतियात के तौर पर मंगलवार को कस्बे के बाजार भी बंद करा दिए।
बारे का पुरा में रहने वाला श्रीवास समाज का युवक 27 अप्रैल को अहमदाबाद से साइकिल से अपने 3 दोस्तों के साथ निकला। मप्र बॉर्डर से ट्रक में बैठकर मुरैना आया और जिला अस्पताल में चेकअप कराकर अपने गांव बारे का पुरा में पहुंच गया। चूंकि इस युवक का एक साथी की 6 मई को कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी, इसलिए यह चुपचाप अपने घर से दूर खेत पर बनी तिवरिया में रह रहा था। 9 मई को जब ग्रामीणों ने इसे समझाया तब यह सैंपल देने अंबाह पहुंचा, जिसकी रिपोर्ट आज पॉजीटिव आई है।
मुरैना शहर के वार्ड क्रमांक 35 की दुर्गापुरी कॉलोनी में कोरोना से संक्रमित युवक मिलने के बाद पूरे वार्ड को कंटोनमेंट एरिया में तब्दील कर गलियों से आने-जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है। इस इलाके के लोग घरों से बाहर न निकल सकें, इसके लिए जगह-जगह पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
1024 सैंपल की रिपोर्ट आई, इनमें से 950  निगेटिव : अभी तक कुल 1208 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इनमें से 1024 की रिपोर्ट आ चुकी है। 950 की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। अभी तक जिलेभर में बाहर से 20 हजार 954 मजदूर आ चुके हैं। मंगलवार को ही 647 मजदूरों की जांच की गई। मंगलवार को 58 लोगों के सैंपल जांच के लिए ग्वालियर भेजे गए। जिला अस्पताल में 367, पोरसा, नूराबाद व जौरा में चार-चार, कैलारस में पांच, पहाड़गढ़ व सबलगढ़ ब्लॉक से दो-दो लोगों के सैंपल लिए गए।
जिले में 14 हजार 385 मजदूर आए, क्वारेंटाइन में रखना चुनौती: जिले में 14 हजार 385 मजदूर आ चुके हैं। यह मजदूर अस्पताल में चेकअप तो करवा रहे हैं लेकिन इनसे 14 दिनों तक क्वारेंटाइन का पालन कराना चुनौती है।
कंटेनमेंट एरिया में कर्फ्यू: शहर के वार्ड 35, अंबाह के ग्राम रामनगर (गुलाबपुरा), बारे का पुरा व बगियापुरा को कंटेनमेंट एरिया में तब्दील किया गया है। इन सभी इलाकों में कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जाएगा। यह निर्देश कलेक्टर प्रियंका दास ने दिए हैं।
कोरोना से ठीक हुआ वृद्ध बोला- डॉक्टरों और नर्सों ने दिन-रात सेवा कर बचा लिया
आगरा से संक्रमित होकर आई इस्लामपुरा की नवविवाहिता सहित उसका वृद्ध ससुर, जौरा के बरेह गांव में रहने वाला एसएसबी जवान, पोरसा से बेटे के साथ आए हलवाई जिला अस्पताल में चले इलाज के बाद पूर्णत: स्वस्थ हो गए। इनकी सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद इन्हें मंगलवार को जिला अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। डॉक्टर्स से चर्चा करते हुए महिला के वृद्ध ससुर ने बताया- जैसे ही पता चला कि मुझे कोरोना हो गया है, मेरी तो जान अाफत में फंस गई थी लेकिन डॉक्टरों ओर नर्सों ने इलाज किया और समय-समय पर हमें प्रोत्साहित करते रहे, जिससे हम पूरी तरह से स्वस्थ हो गए। कोरोना वार्ड में भर्ती इन चारों मरीजों से डॉ. रामअख्तियार कुशवाह ने फीडबैक लिया और अस्पताल स्टाफ के साथ तालियां बजाकर इन्हें हंसते हुए घर भेजा। सभी चारों लोगों को 14 दिन तक घर में परिवार के लोगों से अलग-थलग रहने की हिदायत भी दी गई।